longitude and latitude in hindi
आइये हम longitude and latitude in हिंदी अध्ययन करते है।, जिससे संसार के विभिन्न
स्थानों दिशा ,जलवायु तथा स्थानी समय का ज्ञान प्राप्त हो जाता है। सही -सही स्थिति ज्ञात करने के लिए
कई रेखाओं खींची गई है। जिससे longitude and latitude रेखा प्रमुख्य है। तथा अन्य
रेखाओ में अंतर्राष्टीय तिथि रेखा है । विभिन्न रेखाये विभिन्न प्रकार से ग्लोब पर दर्शायी गयी है|
Latitude and longitude
देशान्तर रेखाओं की विशेषताएं :-
- ये रेखाएँ दोनों ध्रुवो को मिलती हुई खींची जाती है।
- देशांश समान लम्बाई के होते है ।जब कि बीच की दूरी ध्रुवों पर सबसे कम और भूमध्य रेखा पर सबसे अधिक होती है।।
- एक वृत्त में 360° के होते है ।अतः देशान्तर के 360 अंश होते है इन्हे रेखांश भी कहते है।
- देशान्तर के 180 अंश पूर्व की ओर तथा 180 अंश पश्चिम की ओर होते है।
- 0 अंश के दोनों ओर 180 अंश देशान्तर रेखा लिखा जाता है|
- प्रत्येक अक्षांश को समकोण पर कटती है
- 1° देशान्तर की दूरी लगभग 111. 32 किमी है।
देशान्तर रेखाओं से लाभ :-
- देशान्तरो की सहायता से किसी भी स्थान का समय ज्ञात किया जा सकता है।
- देशान्तर रेखाओं से किसी स्थान की स्थिति एवं दिशा का पता लगाया जा सकता है|
- देशान्तर रेखाओं समय निश्चित करने में सहायता करती है।
अक्षांश रेखा किसे कहते है ?
भूमध्य रेखा किसे कहते हैं?
उत्तरी ध्रुव वृत्त स्थित है|
आइये देखे कि उत्तरी ध्रुव वह है जो उत्तरी गोलार्ध में अक्षांश वृत्त को 66.5° के दोनों बिन्दुओ को मिलती
है। उसे उत्तरी ध्रुव वृत्त या आर्कटिक रेखा कहलाती है।
दक्षिणी ध्रुव वृत्त स्थित है|=> जो दक्षिणी गोलार्ध में अक्षांश वृत्त को 66.5° के दोनों बिन्दुओ को
मिलती है उसे दक्षिणी ध्रुव वृत्त या अन्टार्कटिका रेखा कहलाती है।
कटिबन्ध किसे कहते है=>अक्षांश वृत्त बहुत महत्वपूर्ण है ,क्योकि यह पृथ्वी के ताप कटिबंधो की
सीमाएँ बनाते है उसे कटिबन्ध कहते है जिसके आधार पर तापमान और प्रकाश स्थिति ज्ञात कर सकते है |
- ऊष्ण कटिबन्ध
- उत्तरी समशीतोष्ण कटिबन्ध
- दक्षिणी समशीतोष्ण कटिबन्ध
- उत्तरी शीत कटिबन्ध
- दक्षिणी शीत कटिबन्ध
अंतर्राष्ट्रीय तिथि रेखा क्या है ?
- यह रेखा आर्कटिक महासागर में 75 ° उ०अक्षांश पर पूर्व की ओर मोड़ी गई है। और बेरिंग जलसन्धि में से निकली गई है\|
- बेरिंग समुद्र में यह पश्चिम की ओर मुड़ती है।
- फिजी द्वीप समू तथा न्यूजीलैंड को दूर रखने के लिए दक्षिणी प्रशांत महासागर में पूर्वकी ओर मुड़ती है।
मानक समय रेखा:-
मानक समय उसे कहते है जिसमे उस देश का सम्पूर्ण क्षेत्र शामिल होता है,
यह किसी ऐसे याम्योत्तर (देशान्तर )का समय होता है इसे प्रधान देशान्तर या ग्रीनबीच
देशान्तर भी कहा जाता है यह क्षेत्र मानक समय को व्यक्त करता है। समान मानक समय
वाला क्षेत्र को जोन कहते है। यह दो या दो से अधिक भी हो सकता है। ग्रीनबीच
समय( 0° देशान्तर )को अंतर्राष्ट्रीय मानक है। इसे ग्रीनबीच माध्य समय GMT कहा जाता है।
जो समय पूरे विश्व के स्थानीय समय को दोपहर 12 बजे के समय के हिसाब से बताते है।
ग्रीनबीच ,लंदन स्थित रॉयल आब्जरवेटरी से GMT की गणना की जाती है। रॉयल
आब्जरवेटरी 0°देशान्तर पर स्थित है
- संयुक्त राज्य अमेरिका और रूस आदि बड़ा देश में मानक समय एक से अधिक होते है ,जैसे -रूस में 11 मानक समय और कनाडा में 5 मानक समय है।
- भारत का मानक समय उत्तर प्रदेश के (इलाहाबाद के नैनी में )82.5° देशान्तर के समय को माना गया है। जो ग्रीनबीच माध्य समय से साढ़े पांच घण्टा आगे है, 82.5° देशान्तर=82.5x 4 =330 मिनट =5. 5घन्टे |
- जब भारत में दोपहर 12 बजे होते है ,तो बांग्लादेश में 12 1 /2 बजे तथा पाकिस्तान में 11 1 /2 बजे होते है।
स्थानीय समय किसे कहते है?
उदाहरण :-जब लन्दन में दोपहर के 12 बजे हो ,उस समय अलैग्जैंड्रिया के 30 अंश पूर्व में कितने
बजे होंगे ?
निष्कर्ष :- Latitude and longitude ,
मानक समय ,स्थानीय समय , अंतर्राष्ट्रीय तिथि रेखा तथा कटिबन्ध द्वारा किसी देश की जलवायुः ,समय ,रात -दिन तथा विभिन्न तथ्यों की जानकारी प्राप्त की जाती है।
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