सौरमंडल क्या है, सौर मंडल के 8 ग्रह
सूर्य के चारो ओर परिक्रमा करने वाले सौर मंडल के 8 ग्रह है । ग्रह , उपग्रहों ,क्षुद्रग्रहो ,धूमकेतुओ ,
उल्काएँ तथा पूच्छल तारो का संयुक्त रूप से सौरमंडल कहते |सूर्य सौर मंडल का मुखिया तथा
चमकता हुआ तारा है। सूर्य में जिसमे 71 %हाइड्रोजन ,26. 5 %हीलियम तथा 2. 5 %लिथियम व
यूरेनियम जैसे भारी तत्व पाये जाते है |सूर्य में हाइड्रोजन गैस अधिक है होने के कारण इसे हाइड्रोजन
बम्ब भी कहते है।क्योकि सूर्य में नाभिकीय संलयन क्रिया होती है। जिसमे अपार ऊष्मा व ताप उत्पन
होती है |
सूर्य की परिक्रमा काल 25 करोड़ वर्ष है ,इसे ब्रहाण्ड वर्ष कहते है | सौरमंडल निकाय के द्रव्य का
लगभग 99. 9 %द्रव्य सूर्य में समाया है | सूर्य की आयु 5 अरब वर्ष है ।। सूर्य पृथ्वी से 300000 गुना
अधिक भारीहै | सूर्य अपने अक्ष पर पूर्व से पश्चिम की ओर घूमते है । सूर्य अपनी धूरि पर 25. 5 दिन में
एक चक्कर पूरा करती है | | सूर्य हमारी पृथ्वी का सबसे बड़ा ऊर्जा का स्रोत है | सूर्य की दीप्तिमान
सतह को प्रकाश मण्डल और ऊपरी सतह को वर्णमण्डल कहते है |
सौर मंडल के 8 ग्रह:
ग्रह एक पिण्ड है जो सूर्य की परिक्रमा करते है। तथा सूर्य के प्रकाश से प्रकाशित भी होते है | सौर
मण्डल में 8 ग्रह है| 2006 के खगोलीय सम्मेलन में प्लेटो को सौरमण्डल से बाहर माना गया है। कारल
को दशवाँ ग्रह की खोज की सम्भावना लगाई गयी।
कुल नौ ग्रह क्रमशः बुध ,शुक्र ,पृथ्वी ,मंगल ,वृहस्पति ,शनि ,अरुण ,वरुण ,यम है | शुक्र और अरुण ग्रह
पूर्व से पश्चिम दिशा में सूर्य के चारो ओर परिक्रमा करते है। तथा शेष ग्रह बुध ,मंगल ,पृथ्वी ,वृहस्पति
,शनि ,वरुण एवं यम पश्चिम से पूर्व दिशा मे परिक्रमा करते | बुध ,शुक्र ,पृथ्वी और मंगल को आन्तरिक
(पार्थिक )ग्रह कहते है । वृहस्पति ,शनि ,अरुण ,वरुण को वृहस्पतिय वाह्राग्रह कहते है | बुध ,शुक्र ,
शनि ,वृहस्पति ,मंगल ग्रह खुली आखों से देखा जा सकता है। जब की शेष ग्रह को दूरवीन से देख सकते
है |
सौरमंडल का सबसे छोटा ग्रह :-
बुध(mercury) आकर की दृष्टि से सबसे छोटा ग्रह है । सूर्य से सबसे निकट स्थित है | सूर्य की
परिक्रमा सबसे कम 87 दिन 23 घण्टा में पूरी करता है । लगभग 88 दिन में पूरी करता है | सबसे तीब्र
परिक्रमा करने वाला ग्रह है ।इसका व्यास 4880 किमी तथा द्रव्यमान पृथ्वी के द्रव्यमान से 0. 06 गुना है |
बुध के कोई उपग्रह नहीं है ।यहां वायुमण्डल नहीं है | एक चुंबकीय क्षेत्र वाला ग्रह है | यहां पानी भी नहीं
पाया जाता है | बुध को भोर तारा कहते है। मैरीनर नामक ग्रह बुध के करीब से होकर गुजरता है |
पृथ्वी के सबसे नजदीक ग्रह कौन है ?
सौरमंडल के 8 ग्रहो में शुक्र पृथ्वी के सबसे नजदीक ग्रह है|यह चन्द्रमा और सूर्य के बाद सबसे
चमकीला ग्रह है ।इसे भोर का तारा तथा शाम का तारा कहते है | इसका व्यास 12. 558 किमी है ।तथा
सूर्य से 10. 7 करोड़ किमी दूर है | यह सूर्य की परिक्रमा 224 दिन में पूरा करता है। यह सुबह पूर्व की
ओर तथा साम को पश्चिम की ओर दिखाई देता है |
शुक्र को पृथ्वी की जुड़वाँ ग्रह या पृथ्वी का बहन भी कहते है| शुक्र को सुन्दरता की देवी भी कहते है |
शुक्र के वायुमण्डल में कार्बनडाईआक्साइड गैस बहुलता में है | यहा ग्रीन हाउस गैस 97 %है ,जिस पर
सांस लेकर जीवित नहीं रह सकते है | यह सूर्य के विपरीत दिशा में परिक्रमा करता है |
पृथ्वी का महत्व :-
पृथ्वी (earth )सौर मण्डल का तीसरा एवं आकर में पांचवा बड़ा ग्रह है, इसका व्यास 12. 756 किमी
है ।तथा क्षेत्रफल 5100065600 वर्ग किमी है | इसे नीला (Blue planet )भी कहते है | इस पर प्रचुर
मात्रा में जल पाया जाता है | पृथ्वी का 71 %भाग जल तथा 29 %भाग स्थलीय है | पृथ्वी एक धुरी पर
घूमती रहती है ।इसकी एक सिरा उत्तरी ध्रुव व दूसरा दक्षिणी ध्रुव कहतेहै | पृथ्वी की घूर्णन गति के
कारण दिन -रात होती है|
भूमध्य रेखा पर दिन -रात बराबर होते है । ध्रुवो पर दिन -रात घटते -बढ़ते रहते है|उत्तरी गोलार्ध्द का
सबसे बड़ा दिन 21 जून तथा सबसे छोटा दिन 22 दिसंबर को होता है | तथा दक्षिणी गोलार्ध्द का सबसे
बड़ा दिन22 दिसंबर तथा सबसे छोटा दिन 21 जूनको होता है |पृथ्वी पर 21 मार्च एवं 23 सितंबर को
दिन -रात बराबर होते है |
पृथ्वी अपनी अक्ष पर 23. 5 डिग्री झुकी रहती है पृथ्वी 23 घण्टा ,56 मिनट ,4 सेकण्ड में अपनी अक्ष पर
एक चक्कर पूरा करती है | पृथ्वी 365 दिन 5 घण्टा ,48 मिनट ,46 सेकण्ड में सूर्य की एक परिक्रमा
करती है | एक परिक्रमा में लगने वाले समय को सौर वर्ष कहते है | इस परिक्रमा के पथ पर एक तरफ
शुक्र तथा दूसरी तरफ मंगल ग्रह पड़ता है |
लाल ग्रह किसे कहते है?
यह ग्रह सूर्य की दूरी के क्रम में चौथा है|मंगल ग्रह को लाल ग्रह कहते है। क्योकि इस ग्रह पर आयरन
आक्साइड की अधिकता है | इसे युध्द के देवता कहते है | यह पृथ्वी के आकार का आधा है जो
अण्डाकार है| आंतरिक्ष में पाए गए एलन हिल्स 8004 उल्कापिण्ड के जीवाश्म पाये जाते है, जो मंगल
ग्रह पर जीवाश्म के संकेत है |मंगल पर वायुमण्डलपाये जाते है |
मंगल सूर्य से 22. 7 करोड़ किमी दूर है। मंगल सूर्य की परिक्रमा 687 दिन में करता है |वह एक
परिक्रमा 24 घण्टा ,37 मिनट ,23 सेकण्ड लगता है जो एक दिन पृथ्वी के 24 घण्टे 37 मिनट के बराबर
है | मंगल में मुख्य रूप से कार्बनडाईआक्साइड है | कुछ मात्रा में जलवाष्प ,अमोनिया ,मीथेन भी पाई
जाती है तथा यहां का वायुमण्डल अत्यंत विरल है | पृथ्वी के समान मंगल पर जीवन की संभावना है |
यहां भी रेगिस्तान ,वनस्पति ,नहरे तथा ज्वालमुखी पर्वत है | यहां पर सबसे ऊचा पर्वत निक्स
ओलम्पिया कोलीमपुस का बर्फ है जो माउन्ट एवरेस्ट से तीन गुना बड़ा है | मंगल के दो उपग्रह है (1
)फोबोस (2 ) डेसिमोस जिसमें डेसिमोस सबसे छोटा उपग्रह है |
सौरमण्डल का सबसे बड़ा ग्रह है ।
सौरमण्डल का सबसे बड़ा ग्रह है|यह सूर्य से पांचवा ग्रह है। यह तारा एवं ग्रहो से युक्त होता है क्योकि
इसके पास स्वम का रेडियो ऊर्जा होती है | यहां चुंबकीय क्षेत्र विद्यमान है | इस ग्रह का एक वर्ष पृथ्वी के
11. 86 वर्ष के बराबर है| इसका द्रव्यमान सौरमण्डल के कुल ग्रहो का 71 %तथा आयतन डेढ़ गुना है |
इनकी गति 12. 8 किमी प्रतिसेकण्ड होती है | वृहस्पति के वलयों की संख्या 4 होती है | वृहस्पति के
वायुमण्डल में मुख्य रूप से हाइड्रोजन ,हीलियम मीथेन एवं अमोनिया जैसे गैसे पाई जाती है | सूर्य के
बाद सौरमण्डल की सर्वाधिक शक्तिशाली रेडियो तरंगें है इनका औसत तापमान 130 डिग्री से0 है ।
इसको शीतग्रह भी कहते है|
वृहस्पति के 63 उपग्रह है किन्तु प्रमाणित 16 उपग्रहों की है जिसमे पीले रंग का गैनिमीड वृहस्पति के
साथ -साथ सौरमंडल का सबसे बड़ा उपग्रह है | तथा अन्य उपग्रहों में यूरोपा और कैलिस्ट्रो महत्वपूर्ण है
यूरोपा चन्द्रमा के समान दीखता है जो हिमाच्छदित है | कही -कही बर्फ की 100 किमी तक मोटी है यह
सदैव बदलो से घिरा रहता है | पायनियर अंतरिक्ष अभियान के दौरान एक बड़े लाल धब्बे का पता चला है |
सौरमण्डल का दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है।
शनि (saturn ):-शनि सौरमण्डल का दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है | सूर्य के दूरी के क्रम में छठवां स्थान
है | इस ग्रह के चारो ओर एक छल्ला (बलय )पाया जाता है । दस हजार से भी अधिक इन छल्लो का
विस्तार 275000 किमी है ,जो ग्रह के चारो ओर घूमते रहते है | आकाश में पीले तारे जैसा दिखने वाला
शनि ग्रह सूर्य की परिक्रमा 29.5वर्ष में पूरी करता है तथा वह अपनी धुरी पर 10. 3 घण्टे में घूमता है ||
इस ग्रह का एक वर्ष पृथ्वी के 29. 46 वर्ष के बराबर होता है | शनि को लाल दानव के नाम से भी जाना
जाता है |
शनि के वायुमण्डल में मुख्य रूप से हाइट्रोजन व हीलियम तथा कुछ मात्रा में मीथेन एवं अमोनिया भी
वातावरण में विद्यमान है | शनि के उपग्रहों की संख्या 60 है जिसमे 21 की जानकारी है जिसमे सबसे
बड़ा उपग्रह टाइटन है तथा मीमास ,फावे ,टेथिस एनसिलडु आदि अन्य प्रमुख उपग्रह है| जिसमे फोवे
को कृषि के देवता कहते है जो शनि कक्षा के बिपरीत परिक्रमा करता है | इस ग्रह पर 1760 किमी प्रति
घण्टे की रफ्तार से तेज हवाई चला करती है |
सौरमण्डल का आकर में तीसरा सबसे बड़ा ग्रह है।
अरुण आकर में तीसरा एवं सूर्य से दूरी केक्रम में सातवां ग्रह है| इसका व्यास 50800 किमी है | तथा
द्रव्यमान पृथ्वी की तुलना में 14. 6 गुना है | यह पृथ्वी के 84 वर्षो में सूर्य का एक चक्कर लगता है |
इसकी सतह का तापमान 210 डिग्री सेल्सियस रहता है | इसकी खोज 1781 में विलियम हर्शल ने की
थी| इसे ठंडे ग्रह कहते है | यह वृहस्पति एवं शनि से छोटा है | अपनी धुरी पर सूर्य की ओर अधिक झुका
होने के कारण यह लेटा हुआ दीखता है इसी कारण लेटा ग्रह भी कहते है |
अरुण मे मुख्य रूप से मीथेन ,हाइड्रोजन व हीलियम आदि गैसे पाई जाती है | यह नीले एवं हरे रंग का
उत्सर्जन करता है | इसके चारो ओर छल्ले पाए जाते है | कुल 9 छल्लों में प्रमुख -अल्फ़ा ,बीटा ,गामा ,
डेल्टा व एपीसलान है | यह छल्ले 64000 किमी के दायरे में है | सर्वाधिक गैसों से घिरे होने पर यह ग्रह
सूर्य पश्चिम से उदय तथा पूरब में अस्त होता है | इसके सभी उपग्रह पृथ्वी की विपरीत दिशा में परिक्रमा
करते है | इसके मुख्य 15 उपग्रह में एरियल ,मिराण्डा ,ओबेरान ,टिटेनिया ,अम्ब्रायल आदि है| इसे
दूरबीन से देखने पर हरे रंग का दीखता है |
सौरमंडल का अटवा गृह कौन है ?
वरुण(neptune):- इस ग्रह की खोज खगोलशात्री एडम्स और लवीरियर ने सन 1946 में की गयी थी
| सूर्य से दूरी के क्रम में आठवा तथा आकर में चौथा सबसे बड़ा ग्रह है | इसका व्यास 48500 किमी
तथा द्रव्यमान पृथ्वी की तुलना में 17. 2 गुना है | यह अपनी धुरी 15.7 दिनों में घूमता है | तथा सूर्य का
चक्कर लगाने में 165 वर्ष लग जाता है इसका तापमान -220 डिग्री सेल्सियस रहता है ,इसलिए इसे ठंडा
ग्रह कहते है | यहां का एक वर्ष पृथ्वी के 164. 8 वर्षो के बराबर होता है |
वरुण के वायुमण्डल में मीथेन हीलियम व हाइड्रोजन आदि गैस पाई जाती है ,मीथेन गैस की अधिकता के
कारण हरा दीखता है, इसे समुद्र का देवता कहते है |अरुण और वरुण को सगा भाई कहा जाता है|
इसके 8 उपग्रह है जिसमे टिटोन ,नेरिड डेन है | इसको जलीय ग्रह माना जाता है| इसमें 5 वलय पाये
जाते है इसका रंग पीलापन है |
सौरमंडल से बाहर कर दिया गया है |
यम (pluto );-यम की खोज सन 1930 में क्लायड विलियम टॉमबाध ने किया है ,अब इसे सौरमण्डल
से बाहर कर दिया गया है | यह बेहतर ठंडा ग्रह है | इसका तापमान -230 डिग्री सेल्सियस है| जहा सूर्य
मात्र 6 घण्टे चमकता है | सूर्य 59000 लाख किमी दूर होने के कारण सबसे अधिक ठंडा है | इसका
व्यास 3000 किमी है | यहां मीथेन गैसे अधिक है तथा हवा नहीं है पृथ्वी की तुलना में। 0 . 002 -o.003 गुना है | यम का एकमात्र उपग्रह कैरोन है |
सौरमंडल का सबसे नन्हें सदस्सय:-
क्षुद्रग्रह(asteroids):- क्षुद्रग्रह सौरमण्डल का सबसे नन्हें सदस्सय होते है ,जो मंगल एवं वृहस्पति के
बीच कक्षों में पाये जाते है |जो सूर्य की परिक्रमा करते है | मंगल एवं वृहस्पति के बीच इनकी संख्या
लगभग 50000 तक है | सेरेज सबसे बड़ा क्षुद्रग्रह है | फोर वेस्ता नामक क्षुद्रग्रह बिना दूरबन की
सहायता से देख सकते है | कभी -कभी खगोलीय घटना के कारण पृथ्वी क्षुद्रग्रहो से टकराती रहती है
जिसके कारण पृथ्वी पर गर्त पाये जाते है | महाराष्ट की लोरन झील में इस प्रकार के गर्त है |
पुच्छल तारा क्या है?
ये खगोलीय पिण्ड गैस एवं धूल से बना है ,जिनकी पूछ लम्बी एवं चमकदार है| चमकीली पूछ होने के
कारण इन्हे पुच्छल तारा भी कहते है | मुख्यधूमकेतु के नाम हेली धूमकेतु है जो की हर 76 वें वर्ष के बाद
दिखाई देता है अंतिम बार 1986 में देखा गया तथा आगे 2062 में देखा जायेगा | 1682 में एडमण्ड
हेली नामक खगोलविद ने हेली धूमकेतु की खोज हुई, उसी के नाम पर हेली धूमकेतु पड़ा है | किसी भी
धूमकेतु के तीन भाग होते है जिसमे नाभि ,सिर ,पूछ होते है। पूछ को विषेस अंग माना गया है जो सदैव
सूर्य के विपरीत दिशा में आने पर बनते है |प्लाज्मा टेल बेहदगर्म आयोनाइज्ड गैस से बनती है|
प्राकृतिक उपग्रह चन्द्रमा है
चन्द्रमा(moon ):- पृथ्वी का एक प्राकृतिक उपग्रह चन्द्रमा है | चन्द्रमा पृथ्वी से 3 लाख किमी दूर है |
चन्द्रमा पृथ्वी की परिक्रमा 29 दिन 7 घण्टा में पूरी करता है | चन्द्रमा के रासायनिक संघटन सिलिकन ,
लोहा ,मैगनीशियम मुख्य रूप से है| चन्द्रमा पर सर्वप्रथम मानव ने जहां अपना पहला कदम रखा उसे सी
आफ ट्रेकनिवलिटी कहा जाता है चन्द्रमा पर प्रथमकदम रखने वाला अमेरिकीय खगोलयात्री नील
आर्मस्ट्रांग थे जो 21 जुलाई 1961 में रखा है|
है । जिनमे पाए जाने वाले अवयव एवं गैस से मानव जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव की जानकारी हो जाती
है जिससे हानि एवं लाभ का विशेष ध्यान दिया जाता है ।जिसके परिणाम सौरमंडल स्वरूप का
प्राकृतिक ज्ञान प्राप्त हो जाता है | यदि मेरा ब्लॉग अच्छा लगा तो लाइक एवं शेयर कीजिए । आप को
बहुत धन्यबाद ।|
https://en.wikipedia.org/wiki/Solar_System
0 Comments