नमस्कार दोस्तों Absuccessstudy आप सभी का स्वागत है । द्वितीय विश्व युद्ध से अनेक देशों आर्थिक एवं जनजीवन की हानि हुई। तब विभिन्न देशों केपुनर्निर्माण के उदेश्य से1944 में विश्व बैंक की स्थापना की गयी । जिसका मुख्यालय वांशिगटन , डी सी ( यू एस ) में है । यह एक प्रकार का मौद्रिक अन्तर्राट्रीय वित्तीय संगठन है । जिसका आधिकारिक नाम अंतर्राष्ट्रीय पुनर्निर्माण एवं विकाश बैंक ( IBRD) था । जिसका मुख्य उदेश्य विकासशील देशों को ऋण उपलब्ध करना है । साथ ही गरीबी उन्मूलन व उत्पादकता बढ़ाना है । जिसका कार्य 1946 प्रारम्भ किया गया था। उस समय 38 सदस्य देश थे । आज विश्व के 189 देश IBRD सदस्य तथा 173 देश IDA के सदस्य है । जिसमे भारत भी शामिल है । अंतर्राष्ट्रीय पुनर्निर्माण एवं विकाश बैंक ( IBRD) को ही विश्वबैंक कहा जाता है ।
-:विषय सूचि:-
1- विश्व बैंक के उदेश्य
2- विश्व बैंक समूह में पांच अंतर्राष्ट्रीय संस्थाएं
3-अंतर्राष्ट्रीय पुनर्निर्माण एवं विकाश बैंक( IBRD)
4- अंतर्राष्ट्रीय निवेश विवाद निपटान केंद्र (ICSID)
5- इंटरनेशनल विकास संघ (IDA)
6-अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम(IFC )
7- बहुपक्षीय निवेश गारंटी एजेंसी ( MIGA )
8- निष्कर्ष
1-विश्व बैंक के उदेश्य :-
विश्व बैंक की स्थापना के बारे में जाना है । आगे विश्व बैंक के उदेश्य के विषय में जानेंगे । द्वितीय विश्व युद्ध में बाद जापान एवं यूरोप के पुनर्निमाण में मदद के उदेश्य से स्थापना की गयी थी । किन्तु बाद में विकासशील देशों के विकास इनकी प्रमुख योगदान है । जिनका निम्न उदेश्य है ।
1- पुनर्निमाण और विकास कार्यो में आर्थिक सहायता उपलब्ध करना ।
2- विकासशील देशों को ऋण उपलब्ध करना ।
3- ऋण आसान शर्तों पर मुहैया करवाना ।
4- गरीबी उन्मूलन
5- उत्पादकता को बढ़ाने हेतु परियोजनाएं प्रारम्भ किया ।
6-अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक विवाद निपटना ।
2- विश्व बैंक समूह में पांच अंतर्राष्ट्रीय संस्थाएं :-
विश्व बैंक एक प्रमुख संस्था है । विश्व बैंक समूह पांच अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं का एक समूह है जो सभी सदस्य देशो को आर्थिक सहायता एवं वित्तीय सुझाव प्रदान करती है।जो निम्नलिखित है।
1- अंतर्राष्ट्रीय पुनर्निर्माण एवं विकाश बैंक( IBRD)
2-अंतर्राष्ट्रीय निवेश विवाद निपटान केंद्र (ICSID)
3-इंटरनेशनल विकास संघ (IDA)
4-अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम(IFC )
5-बहुपक्षीय निवेश गारंटी एजेंसी ( MIGA )
उपर्युक्त संगठन प्रत्यक्षतः संयुक्त राष्ट के अभिकरण नहीं है ।
3-अंतर्राष्ट्रीय पुनर्निर्माण एवं विकाश बैंक( International Bank for Reconstruction and Development ):-
अंतर्राष्ट्रीय पुनर्निर्माण एवं विकाश बैंक की स्थापना 1944 में हुई थी जिसका उद्देश्य विकासशील देशों के लिए ऋण एवं आर्थिक सहायता उपलब्ध करना है । जो अपने यहां गरीबी उन्मूलन और उत्पादकता को बढ़ावा जैसी परियोजनाओं को प्रारम्भ करते है । सदस्य देश के विकास हेतु आर्थिक सहायता एवं युध्द प्रभावित राष्टों के पुनर्निर्माण हेतु सहयोग देना । साथ-साथ आर्थिक नीति, वित्तीय सलाह एवं तकनीकी सलाह देना है । जो World Bank के परिचालक व्यय को वहन करता है ।
IBRD का मुख्यालय वाशिंगटन DC( District of Colombia ) संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थित है ।वर्तमान समय में इसके 189 सदस्य देश है ।
4- अंतर्राष्ट्रीय निवेश विवाद निपटान केंद्र (International Centre for Settlement of Investment Disputes – CSID):-
अंतर्राष्ट्रीय निवेश विवाद निपटान केंद्र की स्थापना 1966 में हुई है । जिसका मुख्यालय संयुक्त राज्य अमेरिका के वाशिंगटन डी सी में स्थित है। जिसका प्राथमिक उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय निवेश विवाद निपटना है । साथ ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर निवेश के प्रवाह को भी प्रोत्साहित करना है । CSID द्वारा बहुपक्षीय संधि होती है । जिसको विश्व बैंक के कार्यकारी निदेशक द्वारा तैयार किया जाता है ।
5- इंटरनेशनल विकास संघ ( International Development Association –IDA):-
इंटरनेशनल विकास संघ की स्थापना 1960 में थी । जिसका मुख्यालय वाशिंगटन डी सी में है । वह विश्व बैंक का एक हिस्सा है । जिसके द्वारा संसार के सवसे गरीब देशों की मदद करना है । जिनका प्राथमिक उद्देश्य अत्यंत निर्धन तथा अदायगी संतुलन से ग्रस्त देशों को व्याज मुक्त ऋण प्रदान करना है । लम्बी अवधि के लिए ऋण उपलब्ध करना । यह विश्व के 75 सवसे गरीब देशों को आवश्यक सामाजिक सेवाएं के लिए सहायता प्रदान करना ।IDA द्वारा अल्प विकसित देशों को शून्य व्याज पर , आसान शर्तो पर ऋण या आर्थिक सहायता मुहैया करना है । जिससे देश में प्राथमिक शिक्षा ,स्वास्थ्य सेवाओं , स्वच्छता , स्वच्छ, पानी, कृषि ,व्यापर, जलवायु सुधर आदि की सुधारों के लिए सहायता करता है ।
6-अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम(International Finance Corporation -IFC ):-
IFC की स्थापना 1956 में हुई थी , जिसका मुख्यालय संयुक्त राज्य अमेरिका के वाशिंगटन डी सी में स्थित है। यह एक अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्था है । जिसका मुख्य उदेश्य विकासशील देशों को निजी क्षेत्रो के विकास के लिये निवेश ऋण , सलाह एवं परिसंपत्ति सेवाएं देता है । जिससे उभरते बाजार में कम्पनियों और वित्तीय संस्थनों को रोजगार सृजन , धन जुटाना एवं जलवायु परिवर्तन में सुधार के लिये सहायता देना है । यह आमतौर पर कम अवधि के लिये व्यवसायों तथा निजी परियोजनाओं को ऋण प्रदान करता है । इसके 185 देश सदस्य है ।
7- बहुपक्षीय निवेश गारंटी एजेंसी ( MIGA ) :-
MIGA की स्थपना विश्व बैंक के नए सदस्य के रूप में 1988 में की गई । इसका मुख्यालय वाशिंगटन डी सी में है , इसमें 181 सदस्य देश है । यह आर्थिक रूप से स्वतन्त्र इकाई के रूप में व्यवसाय के लिये खोली गई। जिनका प्राथमिक उदेश्य है कि विकासशील देशों में गैर वाणिज्यिक जोखिमों के विरुध्द निवेश से उत्पन्न हानियों को सुरक्षा प्रदान करना है । जिससे विकासशील देशों में प्रत्यक्ष निवेश को बढ़ावा देना है ताकि गरीबी को कम किया जा सके और लोगो के जीवन स्तर में सुधरा जा सके । इसके द्वारा विश्व के अनेक विवादों को हल करने को शामिल किया गया है ।
8- निष्कर्ष:-
आज आपने इस आर्टिकल के माध्यम से विश्व बैंक की पूरी जानकारी जानी है । साथ ही विश्व बैंक समूह में पांच अंतर्राष्ट्रीय संस्थाएं के विषय में विस्तार से चर्चा की गई है । जो विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओ में शामिलित होने वाले परीक्षार्थिओं के लिये बहुत उपयोगी सिध्द होगा । यदि आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा होगा , तो लाइक एवं शेयर करें ।
धन्यवाद
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