लवणता क्या है ? विश्व मेंअधिक लवणता कहाँ है?

लवणता क्या है

प्रियः मित्रो , परीक्षार्थियों एवं पाठको Absuccessstudy    में आपका स्वागत है । पिछले Article  में  पर्वत के विषय में विस्तार से   अध्ययन किया था । आज इस Article  में लवणता क्या है?, लवणता के स्रोत , विश्व में अधिक लवणता कहाँ है ? भारत  में सबसे अधिक लवणता किस झील में पायी जाती है । उपर्युक्त विषय में आगे अध्ययन करेंगे ।

सागर के जल घुले प्रदूषन लवण आदि को सागर की लवणता कहते है । सागरीय लवणता को प्रतिहजार ग्राम जल में स्तिति लवण की मात्रा होती है । समुन्द्र की औसत लवणता 35 ग्राम लवण प्रति हजार ग्राम जल है । महासागरों में 96.5% जल तथा 3.5% लवण  है     सन 1884 में चैलेन्जर अभियान के समय डिटमार महोदय ने 77 नमूने का विश्लेषण किया गया ।  जिनमे समुद्रीय जल घुलीत लवण मुख्य सोडियम क्लोराइड है ।

विश्व के जल में लवणता अधिक होने के कारण जीवो एवं वनस्पतियो पर प्रभाव पड़ता है ,तथा  महासागरों की भौतिक विशेषताएं  , जैसे – तापमान ,घनत्व, धराये ,  दबाव आदि भी प्रभावित होती है । सागर का हिमांक,लवणता  पर निर्भर  करता है । लवणता युक्त क्वथनांक या उबाल बिन्दू देर में जमता है । जिसका क्वथनांक एवं उबाल  समान्य जल से अधिक होता है । लवणता द्वारा सागर में लहरे ,धराये ,  मछलिया , सागरीय जीवन  प्लैक्टन आदि नियन्तित  होते  है ।

सागरीय लवण के रसायनिक तत्व :-

क्र सं  –  समुंद्री नमक (  लवण )  —    1000 ग्राम जल में मात्रा ( ग्राम )  —–    प्रतिशत

1 –            सोडियम क्लोराइड                                27.213                                              77.8

2-            मैग्नीशियम  क्लोराइड                              3.807                                               10.9

3-            मैग्नीशियम सल्फेट                                   1.658                                                4.7

4-            कैल्शियम  सल्फेट                                   1.260                                                3.6

5-            पोटैशियम  सल्फेट                                  0.863                                                2.5

6-             कैल्शियम कार्बोनेट                                 0.123                                                0.3

7-             मैग्नीशियम  ब्रोमाइड                                0.076                                               0.2

          योग  ——                                                35.0                                            100% 

सागरीय लवणता के स्रोत :-

सागर में  पाये जाने वाले लवण अधिकांश भाग पृथ्वी से आता है। जो खारेपन में वृद्धि करते है।  जिसका विवरण निम्न है।

  • वर्षा का बहता पानी
  • चलती पवनें
  • सागरीय लहरे
  • हिमनदियां
  • सागर में उद्भव ज्वालामुखी
  • समुन्द्र में मरने वाले जीव -जन्तु
  • महासागर की घास- फूस

सागरीय लवणता का निर्धारक:-

यद्पि समुद्र का जल सदैव खारा होता  है । परन्तु खारापन की मात्रा प्रत्येक स्थान पर अलग -अलग  होती है ।   लवणता क्या है?      इसका वितरण  के निम्नलिखित कारण है ।

( 1) वाष्पीकरण –  सागर  के जिन भगा में वाष्पीकरण अधिक होता है । वहाँ लवणता अधिक होती है  ।  क्योकि  तापमान ऊंचा, स्वस्थ आकाश , वायु शुष्क एवं गति तीब्र  होता है ।  दक्षिण -पश्चिम एशिया में लाल- सागर फेरिस की खाड़ी तथा  मृत सागर में लवणता अधिक है

(2) तापमान–  जिन सागर में तापमान अधिक होता है , और वाष्पीकरण अधिक होता है ,वहाँ लवणता अधिक होती है। उष्ण कटिबंधी के सागर में लवणता अधिक होती है । जैसे – कर्क तथा मकर रेखाओ के पास । ध्रुवो एवं नदियों के मुहाने पर लवणता कम होती है ।

(3) वर्षण –  वर्षण एवं लवणता में  विपरीत सम्बन्ध है । सागर  के जिन भाग में वर्षा अधिक होती है, उस भाग की लवणता कम होती है । तथा  जिन भाग में वर्षा कम  होती है, वहाँ लवणता अधिक होती है । जैसे – विषुवतरेखिए प्रदेशो में ।

(4 ) जलधारायें –    धराये भी समुद्री खारापन को प्रभावित करती है , क्योंकि धराये गर्म तथा खारा जल एक स्थान से दूसरे स्थान पहुँचती है। जैसे – उत्तरी आन्ध महासागर में खारेपन कि अधिकता   दक्षिणी आन्ध महासागर कि धराये है ।

(5) हवाये-    जब उष्ण एवं गर्म हवाये चलती है ,तो  वाष्पीकरण को बढ़ावा देती है । जिसके  कारण लवणता कुछ क्षेत्रो में बढ़ जाती है । तथा कुछ क्षेत्रो में लवणता घट जाती है ।

(6)  नदियों के डेल्टा –    नदियों के डेल्टा  के सामने लवणता कम होती है, क्योकि नदियों से जल सागर में आता रहता है।              सुन्दरवन के  डेल्टा  तथा अमेजन नदियों में लवणता कम है । 

लवणता का वितरण :- 

 (A)लवणता का लम्बवत वितरण –    समुन्द्र  की गहराई में जाने पर लवणता में अन्तर आता है ।

1- सागर के ऊपरी भाग में लगभग एक किमी तक लवणता का ह्वास होता  है ।

2- सागर  के ऊपरी परत की लवणता ,समुद्र की तली से कम होती है ।

3- मध्य अक्षांशो में गहराई की ओर जाते समय खारेपन में वृद्धि होती है । जो 200 फैदम की  गहराई तक लवणता बढ़ती है ।     

(B) लवणता का क्षैतिज वितरण-  लवणता के आधार पर सागरों को निम्न  वर्गों में विभाजित किया जा सकता है ।

1-   सामान्य लवणता  के सागर :  इसमें औसत लवणता 35% होती है,  जैसे- कैरेबियन सागर, मैक्सिको की खाड़ी ,चीन समुद्र ,  पीला सागर तथा जावा सागर आदि।

2 – सामान्य से अधिक लवणता वाले सागर: जिनकी  लवणता  सामान्य से अधिक अर्थात  37 % से 41% तक होती है । जैसे- लाल सागर  भूमध्य तथा फारस की खाड़ी आदि।

3- सामान्य से कम लवणता वाले सागर:  जिन महासागर , सागरों में सामान्य से कम लवणता होती है अर्थात  31 %  से  कम होती है ।  आर्किटक तथा अंटार्कटिक  महासागर  आदि ।

विश्व मेंअधिक लवणता कहाँ है? :-

    संसार के उष्णकटिबंधी क्षेत्रो में , जहां उच्च तापमान, वाष्पीकरण अधिक, गर्म एवं शुष्क  हवाये, जलधराये  , नदियों का न मिलना तथा    स्थलों से घिरा हो , उसकी  लवणता सबसे अधिक होती है ।  

विश्व में सबसे अधिक लवणता टर्की के वान झील में 330% है । तथा  सबसे अधिक लवणता वाले सागर में  मृत सागर 238% है , जो एशिया महाद्वीप में है । संयुक्त राजअमेरिका की वृहद खारी झील ग्रेट साल्ट लेक 220% है  । अन्य प्रमुख सागरों की खारेपन की मात्रा इस प्रकार है ।

 1-कैलिफोर्निया की खाड़ी  –  35.35 %

2 उत्तरी आस्ट्रेलिया सागर  -33.34 % 

3 -इंग्लिश  चैनल           – 32.35   % 

 4-जापान सागर           – 30.34 %         

5– सेंट लारेंस की खाड़ी  – 30.32 %

6-चीन सागर    –       25.30%

7-बाल्टिक सागर    – 20.15%

8- उत्तरी  सागर    –  15.35%

 

भारत  में सबसे अधिक लवणता वाली  झीले :-

  इंडिया में खारे पानी का वितरण शुष्क प्रदेश सबसे आगे है । राजस्थान में सबसे अधिक नमक उत्पादन किया जाता है  । राजस्थान के प्रमुख झीलों में सांभर झील , नावा, डेगान, कावोद , रेवास , कछोर एवं फलोदी झील खारे पानी की है ।  जिसमे भारत की सबसे बड़ी दूसरी खारे पानी की सांभर झील है  ।

भारत की सबसे बड़ी खारे पानी की झील उड़ीसा राज  की चिल्का झील है ।

  परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नोत्तर :-

प्रश्न 1–  समुद्री  लवणता का मापन कैसे करते  है ?

उत्तर –    सेलाइन नेक्टर यंत्र

प्रश्न 2- महासागरों की औसत लवणता कितनी होती है?

उत्तर –   35 %

प्रश्न 3- विश्व में सर्वाधिक लवणता कहाँ पायी जाती है  ?

उत्तर – वान झील  (330 %) टर्की में

 प्रश्न4-  समुद्री जल में सर्वाधिक मात्रा किस लवण की होती है ?

उत्तर – सोडियम क्लोराइड  – 77.8%

प्रश्न 5- महासागरों की सतह पर सर्वाधिक लवणता कहाँ पायी जाती है?

उत्तर  – अयनवर्ती अक्षांशो पर ( कर्क एवं मकर रेखाओ के समीप )

प्रश्न 6- किस महासागर में औसत लवणता अधिक होती है  ?

उत्तर – अटलांटिक महासागर

प्रश्न 7- किस सागर में लवणता सर्वाधिक  होती  है ?

उत्तर  –    मृत सागर  (238% )

प्रश्न 8- भारत के किस सागर में सर्वाधिक लवणता है ?

उत्तर – अरब सागर

प्रश्न 9- भारत की सबसे अधिक लवणता वाली झील कौन है ?

उत्तर – चिल्का झील ( उड़ीसा )

प्रश्न 10-  भारत की सबसे अधिक लवणता वाली  दूसरी झील कौन है ?

उत्तर –  सांभर झील ( राजस्थान में )

निष्कर्ष :-  

आज  हम इस  Article के माध्यम से बताने का प्रयास किये है, कि  लवणता क्या है?, लवणता के स्रोत , विश्व में अधिक लवणता कहाँ है ? भारत  में सबसे अधिक लवणता किस झील में पायी जाती है ।  इस Article में लवणता  की विस्तृत जानकारी दी गयी है । जो विभिन्न परीक्षाओ हेतु उपयोगी एवं ज्ञानवर्धक है।  आपको मेरा लेख अच्छा लगा तो Like  और   Share    करे। नई- नई  जानकीरी हेतु   Absuccess study  का अध्ययन  करते रहे ।

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