नमस्कार दोस्तों आप सभी का Absuccessstudy में स्वागत है ।आज इस पोस्ट के माध्यम से महासागरीय गर्त क्या है ?के बारे में विस्तृत जानकारी दी जायेगी । , जिस प्रकार पृथ्वी पर अनेक भू आकृतियाँ विद्यमान है ,उसी तरह सागरों के तली में गहरे गडढे ,टैंच या गर्त पाये जाते है । जिनकी गहराई 3000 से 5000 फैदम तक होती है । विश्व में 57 गर्तों की खोज हो चुकी है । सबसे गहरा गर्त प्रशांत महासागर में है । इस टॉपिक से विभिन्न परीक्षाओ में प्रश्न पूछे जाते है । जो पाठको एवं परीक्षार्थियों के लिए अत्यन्त उपयोगी सिध्य होगा ।
– :विश्व सूचि :-
1- महासागरीय गर्त क्या है ?
2- प्रशांत महासागरीय गर्त
3- आंध महासागरीय गर्त
4- हिन्द महासागरीय गर्त
5- निष्कर्ष
1- महासागरीय गर्त क्या है ?
आज जस्ट महासागरीय गर्त क्या है, के विश्व में बतायेंगे । जब दो प्लेट एक – दूसरे के समीप आती है , तब भारी प्लेट नीचे की ओर खिसकती है । जिसके परिणामस्वरूप सागरों के तली मेंअनेक खाइयां या गर्त का निर्माण होता है , जिन्हे महासागरीय गर्त कहते है। यह महासागर का सबसे गहरा भाग होता है । प्रायः इनका ढाल खड़ा होता है तथा तली बहुत संकीर्ण होता है । जिन महासगरों के तटीय भाग में भूकंप एवं ज्वालामुखी आते है । वहां पर गर्त अधिक संख्या में पाये जाते है । महासागर में गर्त की गहराई फैदम में नापी जाती है । आगे विश्व के प्रमुख महासागरों में पाये जाने वाले गर्त का अध्ययन करेंगे ।
1- प्रशांत महासागर के गर्त
2- अटलांटिक महासागर के गर्त
3- हिन्द महासागर के गर्त
4- उत्तर ध्रुव महासागर के गर्त
5- दक्षिणी ध्रुव महासागर के गर्त
2- प्रशांत महासागरीय गर्त:-
प्रशांत महासागरीय गर्त के बारे में जानकारी दी जायेगी । प्रशांत महासगर में विश्व के सवसे अधिक गर्त पाये जाते है। जिनकी संख्या लगभग 32 है । मेरियान गर्त संसार का सबसे गहरा गर्त है , जिसकी गहराई 11033 मीटर है । तथा फिलीपीन गर्त 10947 मीटर गहरा है । प्रशांत महासागर की औसत गहराई 3885 मीटरhea इसका उत्तरी भाग अधिक गहरा है , जबकि दक्षिणी भाग कम गहरा है । प्रशांत महासगर में पाये जाने वाले निम्नलिखित गर्त है ।
क्र0स0 – गर्त का नाम – महासागर — गहराई (मीटर )
1- – मेरियान गर्त – उत्तरी प्रशांत महासागर – 11033
2- – फिलीपीन गर्त – प्रशांत महासागर – 10947
3- – टोंगा गर्त – दक्षिण प्रशांत महासागर- 10800
4- – जापान गर्त – उत्तरी प्रशांत महासागर – 10554
5- – क्यूराइल गर्त – उत्तरी प्रशांत महासागर- 10542
6- – मिनदांव गर्त – उत्तरी प्रशांत महासागर – 10497
7- – कमिडेक गर्त – दक्षिण प्रशांत महासागर -10047
8- – पेरू चिली गर्त – उत्तरी प्रशांत महासागर – 8050
9- – आल्याशिन गर्त -उत्तरी प्रशांत महासागर
3- आंध महासगर के गर्त:-
अभी ऊपर प्रशांत महासागरीय गर्त के बारे में जाना गया है , आगे आंध महासगरीय खाई के बारे में चर्चा करेंगे । यह महासागर विश्व का दूसरा बड़ा एवं गहरा है, जिसका आकर S वर्ण की भाती है। जिसमें 19 खइया पायी जाती है । जिसकी औसत गहराई 4229 मीटर है । आंध महासगर या अटलांटिक महासागर में सबसे गहरी खाई प्यूटरिको गर्त है, जिसकी गहराई 9220 मीटर है ।
क्र0स0 – गर्त का नाम – महासागर — गहराई (मीटर )
1- – प्यूर्टोरिको गर्त – अटलांटिक महासागर – 9220
2- – रबस गर्त – अटलांटिक महासागर – 8325
3- – रोस गर्त – अटलांटिक महासागर– 7856
4- – केमन गर्त – अटलांटिक महासागर – 7500
5- – मध्य अमेरिकी गर्त –अटलांटिक महासागर– 6662
6- -अलूशियन गर्त –अटलांटिक महासागर– 7822
7- – साऊथ सेंडविच गर्त – अटलांटिक महासागर–
8- – वल्दीबिया गर्त – अटलांटिक महासागर–
4- हिन्द महासागरीय गर्त :-
भारत के समीप हिन्द महासागर में अवस्थित खाई के विषय में जानकारी बताई जायेगी । हिन्द महासागर चारों ओर से महाद्वीपों से घिरा महासागर है । हिन्द महासागर में सुण्डा गर्त जावा द्वीप में अवस्थित है , । जिसकी गहराई 7725 मीटर है । वह सुमात्रा द्वीप के दक्षिण तट पर स्थित है । हिन्द महासागर का सबसे गहरा गर्त डायमेंटिना गर्त है जिसकी गहराई 8047 मीटर है
5- निष्कर्ष:-
आज के आर्टिकल में आपने जाना कि महासागरीय गर्त क्या है और विश्व के सबसे गहरे महासगरीय गर्त के बारे विस्तार से जानकारी दी गयी है । साथ ही प्रशांत , आंध एवं हिन्द महासागर में स्थित खाई के बारे में समझाया गया है । जो प्रतियोगी परीक्षार्थिओं के लिए बहुत उपयोगी होगा । यदि महासागरीय गर्त सम्बंधित कोई doubt है , तो comment box में अवश्य लिखे ।article को सोशल मीडिया और अपने दोस्तों में शेयर अवश्य करे ।
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