नमस्कार दोस्तों आप सभी लोगो का Absuccesstudy में स्वागत है । आज इस Article में  भारत की प्रमुख आदिवासी   के बारे में विस्तार से जानकारी दी जायेगी । जिससे विभिन्न कम्पटीशन में प्रश्न पूछे जाते है । इस लेख के माध्यम से भारत की प्रमुख आदिवासी  एवं उनकी विशेषताएं के विषय में विस्तृत अध्ययन आगे किया जायेगा ।जो कम्पटीटरो के लिए उपयोगी होगा ।

आदिवासी  का भी एक सामाजिक समूह होता है ।  जो पहाड़ो ,जंगलो, नदियों, पेड़ो एवं समुन्द्रो आदि के किनारे निवास करते है । जिनकी अलग पहचान होती है । वह अपने परमात्मा से प्यार करते है । जिनकी पूजा-आराधना करते है । जनजातियां के संस्कार वंशानुसार होता है । जो  विवाह एवं व्यवसाय अपनी परम्परा के अनुसार करते है । भारत में आदिवासी  को जनजातियां के नाम से जानते है । किन्तु भारतीय संविधान में इन्हे  अनुसूचित जनजातियां कहते है।

-:Table of  content:- 

1- भारत  की प्रमुख आदिवासी  एवं उनकी विशेषताएं

2- प्रमुख आदिवासी  तथा उनके निवास स्थान

3- भारतीय संविधन में अनुसूचित जनजातियां

4- जनगणना 2011 के आधार पर जनजातियां

5- निष्कर्ष

1- भारत  की प्रमुख आदिवासी  एवं उनकी विशेषताएं:-

भारत की प्रमुख जनजातियां

अब भारत की प्रमुख  आदिवासी  के बारे में तथा उनकी विशेषताएं के विषय में विस्तार से बताउगा । जो निम्नवत है ।

1- भील आदिवासी 

2- गोंड आदिवासी 

3- संथालआदिवासी 

4- खासी आदिवासी 

5- कूकी आदिवासी 

1- भील आदिवासी   यह भारत की सबसे प्राचीन एवं बड़ी जनजाति है । जिसे  आदिम के नाम से जानते है । जो धनुष- वाणा में निपूर्ण है । भील भारत के उत्तर ,मध्य, दक्षिण में निवास करती है । जो राजस्थान ,आंध्रा ,छत्तीगढ़, गुजरात, महारास्ट कर्नाटक त्रिपुरा आदि ।

2- गोंड आदिवासी  भारत में सबसे दूसरी बड़ी जनजाति है । जो  मध्य प्रदेश ,छत्तीगढ़महारास्ट,गुजरात, झारखण्ड, कर्नाटक, तेलंगाना  प0 बंगाल  और उङीसा  आदि में निवास करती है । यह भूत- प्रेत तथा जादू – टोना में विश्वास करती है । 

3- संथाल आदिवासी     संथाल नाटे कद , चौड़े और चपटे नाक वाली होती है। यह भारत की तीसरी सबसे बड़ी जनजातियां   है । जो आखेट एवं  कृषि  में कुशल है । जिनका निवास असम मध्य प्रदेश प0 बंगाल झारखण्ड, आदि में  है  ।

4- खासी आदिवासी   यह जनजातियां पूर्वी भारत में पायी जाती है । जिनकी नाक चपटी ,मुख  चौड़े होते है ।  जो  पहाड़ियों में रहती है । यहा मातृसत्तात्मक व्यवस्था है । जिनका  निवास असम मेघालय में पायी जाती है । वह बहुत स्वाभिमानी होती है। इसी कारण अंग्रजो से  आजादी  के लिये बिद्रोह किये है ।

5- कूकी जनजाति- कूकी मंगोल नस्ल की जाती है । जो भारत के  उत्तर पूर्वी राज्यों में रहती है । जिनका निवास बंगाल देश   ,असम, अरुणाचल प्रदेश की पहाड़ियों में है ।

2- प्रमुख आदिवासी  तथा उनके निवास स्थान –

अभी जस्ट भारत की प्रमुख आदिवासी के बारे में तथा उनकी विशेषताएं के विषय में विस्तार से जानकारी दी गयी है। आगे भारत की प्रमुख आदिवासी तथा उनके निवास स्थान के बारे में  जनकारी दी जायेगी। जो निम्लिखित है ।

बिहार – मुंडा ,संथाल, बैगा, गोंड, खोड़ ,भूमिन

मध्य प्रदेश  – अगरिया, बिरहुल ,बीमार, भील ,बैगा ,गोंड ,कौल, कोरकू ,माझी आदि

उत्तर प्रदेश –  थारू, भुइया ,कौल ,मोटिया ,जौनसारी

प0 बंगाल – असुर बैल ,बंजारा, जारी, भुमित, भूतिया, चकमा ,गोंड, करमाली, आरव ,लोढ़ा,  लेपचा, मुंडा, लोहार, ढिढोर ,करवा, किसान

उङीसा –  बंजर, गोंड, बंजारा, बैगा ,भूमिज ,हो, कौल, कोय ,कुली, मुंडा, संथाल ,लोध ,थारुया

आन्ध प्रदेश – बगरा, भील ,बाल्मिकी, चेंचू, गोड़ ,कोमा,  काकू, कोरिया, नायक, सुजलि, येरुकला

महाराष्ट – अंध,भील, बिरहुर, धनका, गोंड , हलवा ,कल्कारी, कोकली ,कोली- कौल , कुनवी ,ठाकुर, ठाकर

केरल –  अरुआदन ,अरवलन, कन्नीकर ,कड़ियन ,कझना, कोरा, कुड़िया ,मल्लार, भलसार ,बुरुम्बा ,पल्ल्यार, मलयवेदना,    उराली, कुरुमान  

 कर्नाटक- भील, चोधरा, चेंचू ,धोधिया ,गमता, हिक्की, पिक्की, कैथोडी, मराठा, करवा कुडीपा, महाभलासर ,पिमल

राजस्थान-    भील ,दामोर ,भीलमीन ,चोधरा  दुबला ,गरमिया, गोंड, कथेड़ी ,कोकना, मीना, पोमलक 

तमिलनाडु-   अर्नादन, ओपिपन, अरवलन, कादर, कझाई , ककुश ,कोंडा, टोन्डा ,कोच्चुवेलन ,करूम्बा, कनियन, मलसार ,वलियार, मलयाली  

अरुणांचल प्रदेश-  अबोट, अक्का ,अपातानी, बर्मा ,दकला ,गोबा, ढबरी, खोबा, मिसमी ,सिंहपो, शिरकुद्दीन

असम-  बोरो ,चकमा, दिमसा ,होजाइ, होजोग, कचरी, लंलुच  

त्रिपुरा-    भूटिया ,भील ,गारो, चैमल, छलय जंतिया,  कुकी ,खसिया, लेपचा, मुंडा ,नोएटिया, संथाल, ओरंगा, त्रिपुरा

मेघालय – छोरा  , हमर ,गारो, धासी

अण्डमान निकोबार –  अंडमानी जरवा , निकोबारी ,शोम्पेन,काठा 

नागालैंड –  नागा ,सीतेमा

मणिपुर –  कुकी   

मिजोरम– लाखेर ,मिजो ,भार ,पाकी

लक्षद्वीप- मिनिकॉय ,अनिच्छा  

3- भारतीय संविधन में अनुसूचित जनजातियां :- 

भारत की प्रमुख आदिवासी तथा उनके निवास स्थान के बारे में  जनकारी दी गयी है। तथा  भारतीय संविधान में भारत की प्रमुख अनुसूचित  जनजातियां के विषय में अध्ययन करेंगे ।

भारतीय संविधन में आदिवासी  जनजातियों को अनुसूचित जनजातियां के नाम से जाना जाता है ।  भारत में अनुसूचित जनजातियां का सम्बन्ध विभिन्न प्रजातियों , नृजातियो , भाषा एवं धर्म से है ।  अधिकतर जनजातियां पहाड़ो एवं जंगलो में निवास करती है । वह देशज होती है। उन्हें चौथी दुनिया के लोग कहा जाता  है । जो  पर्यावरण  एवं संस्कृति का सम्मान करती है । उनका पृथ्वी से गहरा सम्बन्ध है जिनका आखेट , खेती , शिल्पकार, लोक नृत्य, मजदूरी एवं सेवा – व्यापर महत्वपूर्ण कार्य है ।  जिससे उनकी आर्थिक का वर्गीकरण किया  जाता है।   

1- आखेट युग की आदिवसीया  –   बिरहोर, मारिया, भील, गरसपा, ककी, खारिया, कोरवा ,इरूला, कोलम ,करकारिया, कमार, सहरिया आगे आदि है।

2- बहुपतिका आदिवसीया  – कोता, खासा  जौनसारी( उत्तर प्रदेश ) , उत्तराखंड , नायर , टोडा (नीली गिरी की पहाड़ियों , तमिलनाडु – केरल )  ,बोटा – तिब्बतन ( लद्दाक जम्बू – कश्मीर ) 

3- बहुविवाही आदिवसीया – बैगा गोंड    (छत्तीसगढ़ ,मध्य प्रदेश ),  लुशाई  (तमिलनाडु  -केरल) ,मोन (नगालैंड ) 

4- जनगणना 2011 के आधार पर जनजातियां:- 

भारतीय  जनगणना 2011 के आधार पर  भारत की प्रमुख अनुसूचित जनजातियां  की स्थिति के बारे में  जानकारी दी जायेगी | 2011 की जनगणना के अनुसार अनुसूचित जनजातियां की कुल संख्या 10.43 करोड़ है ।2001-2011 में  दशकीय  वृध्दि 23.7 % रही  है।2011 में  अनुसूचित जनजातियों लिंगानुपात 990 के स्तर पर है।

=> देश के संघीय क्षेत्र में सर्वाधिक अनुसूचित जनजातियां   दादर व् नगर हवेली में  1.79 लाख है ।

=>देश के संघीय क्षेत्र में सर्वाधिक अनुसूचित जनजातियां   प्रतिशत लक्षद्वीप में है।   (94.8%)

=>सर्वाधिक अनुसूचित जनजातियां   प्रतिशत वाले चार राज्य- 

1-मिजोरम – 94.4%

2- नगालैंड  -86.5%

3- मेघालय – 86.1%

4- अरुणाचल प्रदेश-68.8%

=> देश में सर्वाधिक अनुसूचित जनजातियां की जनसंख्या वाले चार राज्य –

1-  मध्य  प्रदेश – 1.53 करोड़

2- महाराष्ट -1.05 करोड़

3- उङीसा- 0. 96  करोड़

4- राजस्थान -0.92 करोड़

=> देश में न्यूनतम अनुसूचित जनजातियां की जनसंख्या वाले चार राज्य –

1- गोवा -1.49 लाख

2- सिक्किम -2.06 लाख

3- उत्तराखंड -2.91लाख

4- हिमाचल प्रदेश- 3.92 लाख

=> देश में निम्नलिखित  राज्यों  में कोई अनुसूचित जनजातियां निवास नहीं करती है –

1- हरियाणा

2- पंजाब

3- दिल्ली

4- चंडीगढ़

5- पुडुचेरी

निष्कर्ष:-

दोस्तों आज आप लोग इस Article के माध्यम से जाना कि भारत की  प्रमुख आदिवासी और उनकी विशेषताएं  के बारे में  विस्तार से जनकारी दी गयी है। साथ ही भारतीय संविधान में अनुसूचित जनजातियां तथा  देश की जनगणना 2011 के  आधार पर जनजातियां के  बारे महत्वपूर्ण  जानकारी दी गयी है । जो  विभिन्न कम्पटीशन के लिये  बहुत उपयोगी है । यदि भारत की प्रमुख जनजातियां सम्बधित कोई doubt है तो comment box  लिखे । आशा है कि यह Article  आप को अच्छा लगा होगा। तो अपने दोस्तों को  share  अवश्य करे ।

धन्यवाद 

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aadivasi


7 Comments

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