नमस्कार दोस्तों आप सभी लोगो का Absuccessstudy  में स्वागत है ।आज हम लोग विभिन्न परीक्षाओ में  जनसंख्या सम्बन्धित पूछे जाने वाले प्रश्नो को इस Article में शामिल किया गया है। जिसमे जनसंख्या क्या है और विश्व में जनसख्या वितरण के बारे में विस्तार से  जानकारी दी गयी है ।

पृथ्वी पर मानव का उद्भव टर्शियरी काल के प्लायोसिन युग में हुआ । मानव  सभ्यता के इतिहास में अधिकांश काल मानव शिकारी एवं संग्रहण कर्ता ही  रहा है । उस समय मानव की संख्या सीमित रही, किन्तु कृषि युग के प्रारम्भ के बाद संख्या में वृध्दि हुई है। क्योकि  कृषि कार्यो से खाद्यान की आपूर्ति  सुनिश्चित हुई है।  समय परिवर्तन के साथ विज्ञानं एवं तकनीकी  में प्रगति हुई। जिससे         खाद्यान उत्पादन में वृध्दि हुई। तथा सभी मानव कीआवश्यकता की  पूर्ति सुलभ होने लगी । तब जनसंख्या वृध्दि एकाएक हुई है । 

वर्ष 1 AD  में विश्व की जनसंख्या 30 करोड़ थी। जो सामान्य  गति से वृध्दि हो रही थी । किन्तु औद्योगिक क्रांति के पश्चात जीवन स्तर ऊचा हुआ है। जिससे  जनसंख्या सामान्य से अधिक वृध्दि होने लगी है।  जो  वर्तमान समय में पुरे विश्व की जनसंख्या  7.9 अरब है ।     जिसमे  एशिया महद्वीप की जनसंख्या सबसे अधिक है ।

जनसंख्या क्या

-:विषय सूचि:- 

  • जनसंख्या क्या है ?
  • विश्व में जनसंख्या का वितरण
  • जनसंख्या घनत्व
  • जनसंख्या के  सिंद्धात
  • भारत में जनसंख्या वृध्दि के कारण
  • निष्कर्ष

जनसंख्या क्या है ?

आज हम आप सभी लोगो को जनसंख्या क्या है ? के  बारे में जानकारी दूगा।  मानव सभ्यता सबसे पहले शिकारी के रूप में विभिन्न स्थानों पर रहते थे । किन्तु जब से  आग एवं औजार का विकास हुआ है । तब से एक समूह  , गांव एवं शहर  में रहने लगे है। उस एकत्र  मानव को जनसंख्या  कहते  है ।

जनसंख्या उस समूह को कहते है जिसमे विभिन्न प्रकार के जीव- जन्तुओ कीआबादी पायी जाती है । उस आबादी में पुरुष, स्त्री ,बच्चे  नपुंषक , विभिन्न प्रकार के जानवर  आदि  सम्मिलित रहते है।

जीव विज्ञान में जनसंख्या जीव प्रजनन के संग्रह को कहते है तथा समाजिक विज्ञान में मनुष्य के एकत्र रहने की आबादी को  जनसंख्या कहते है  ।

जिसमे पुरुष, स्त्री ,बच्चे एवं नपुंषक आदि  सम्मिलित रहते है।

विश्व में जनसंख्या का वितरण:-

अभी just जनसंख्या क्या है ? के विषय में जानकारी दी गयी है । तथा विश्व में जनंख्या का वितरण के बारे में विस्तार से जानकारी दी जायेगी।  जिसका अध्ययन करके आप विभिन्न कम्पटीशन में सफलता प्राप्त कर सकते  है ।  विश्व की जनसंख्या सैकड़ो वर्षो तक धीमी वृध्दि हुई। किन्तु पिछले शताब्दी में जनसंख्या विस्फोट हो गयी ।  जिससे 1960 से 1975 ई0 तक लगभग 15 वर्षो में 1 अरब जनसंख्या  में वृध्दि  हुई है  । विश्व की जनसंख्या 1999 ई0 तक 6 अरब को  पर कर गयी है ।  बीसवीं शताब्दी में विश्व  1.6 अरब जनसंख्या के साथ प्रवेश किया था । लेकिन  इक्कीसवी शताब्दी में 6.1 अरब जनसंख्या के साथ प्रवेश किया है । जो  बढ़कर  7.9 अरब हो गयी है ।

विश्व की आबादी 75.5% भाग लैटिन अमेरिका ,अफ्रीका ,एशिया ,पोलिनेशिया ,मेलानेशिया तथा माइक्रोनेशिया के अल्पविकसित देशो में निवास करती है । तथा 24.5 % जनसंख्या यूरोप, उत्तरी अमेरिका, आस्ट्रेलिया, जापान एवं न्यूजीलैंड विकसित देशो में रहती है। संसार की जनसंख्या का वितरण असमानता दिखाई देती   है । जो उत्तरी – दक्षिणी गोलार्ध्द में विद्यमान है । विश्व   की 90% जनसंख्या उत्तरी गोलार्ध्द में रहती है । जिसमे तीन क्षेत्र विद्यमान है यथा – दक्षिण  – पूर्वी  एशिया , पश्चिमी यूरोप और उत्तरी पूर्वी अमेरिका है । जहां जनसंख्या घनत्व 100 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी से अधिक है । विश्व में सबसे अधिक जनसंख्या एशिया महाद्वीप में है ।    और सबसे कम जनसंख्या अंतर्कातिक महाद्वीप है । 

जनसंख्या की वृध्दि से विश्व के सबसे बड़े देश –

  • चीन
  • भारत
  • संयुक्त राज अमेरिका ,
  • इंडोनेशिया 
  • ब्राजील
  • पाकिस्तान
  • रूस 
  • बांग्लादेश 
  • नाइजीरिया
  • जापान

जनसंख्या घनत्व:-

अभी जनसंख्या क्या है, विश्व में जनंख्या का वितरण तथा विश्व में सबसे अधिक जनंख्या वाले देशों का वितरण के बारे में जानकारी  दी  गयी है । आगे जनसंख्या घनत्व के  विषय में जानकारी दी जायेगी ।

पृथ्वी की धरातल के एक क्षेत्र में रहने वाली आबादी को जनसंख्या घनत्व कहते है । सामान्य रूप से एक वर्ग किमी में रहने वाले व्यक्ति को जनसंख्या घनत्व कहते है । पुरे विश्व का औसत जनसंख्या घनत्व 51 व्यक्ति  प्रति वर्ग किमी है   । संसार   में सर्वाधिक जनसंख्या वलादेश सिंगापूर है ।

विश्व में सर्वाधिक जनसंख्या घनत्व वाले महाद्वीप –

  • एशिया
  • यूरोप
  • अफ्रीका
  • दक्षिणी अमेरिका
  • उत्तरी अमेरिका

विश्व में सर्वाधिक जनसंख्या घनत्व वाले देश –

  • मोनाको
  • मकाव
  • सिंगापूर
  • हांगकांग

जनसंख्या के  सिंध्दान्तो :-

 जनसंख्या क्या है, विश्व में जनंख्या का वितरण तथा जनसंख्या घनत्व के  विषय में जानकारी दी गयी है । तथा जनसंख्या के सिध्दांतो   में परीक्षा उपयोगी सिध्दांतो का संक्षिप्त विवरण किया जा रहा है ।  जनसंख्या  एवं संसाधन का व्यवस्थित बिचार सर्वप्रथम रावर्ट माल्थस ने प्रस्तुत किया है । तब  विभिन्न विद्वानों ने जनसंख्या वृध्दि को नियंत्रित करने  वाले  नियमो की खोज की गयी है। जिसे दो भागो में विभाजित किया गया है ।

(1) प्राकृतिक सिध्दांत

(2) सामाजिक सिध्दांत

(1) प्राकृतिक सिध्दांत – इस सिध्दांत का सर्वप्रथम रावर्ट माल्थस ने प्रस्तुत किया है। इनके अन्य  विद्वानो में थामस डब्बाल्डे एवं हर्बर्ट स्पेंसर आदि । 

(2) सामाजिक सिध्दांत-   सामाजिक नियमो पर आधारित सिध्दांतो का प्रतिपादित करने वाले विद्वानों में हेनरी जार्ज ,अरसेन ड्यूमेन्ट   डेबिड रिकार्डो और कार्ल मार्क्स थे ।

इसके आलावा कुछ  अन्य  सिध्दांतो का भी  उल्लेख किया गया  है जो निम्नलिखित है ।

(A) माल्थस का जनसंख्या सिध्दांत

(B)कार्ल मार्क्सका जनसंख्या सिध्दांत

(C) अनुकूलतम जनसंख्या सिध्दांत

(D) जनांकिकीय संक्रमण का सिध्दांत

(A) माल्थस का जनसंख्या सिध्दांत- यदि जीवन निर्वाह के संसाधनों का रुकावट न हो तो प्रत्येक 25 वर्ष में जनसंख्या दुगुनी हो जाएगी । यदि  यह अनुपात चलता रहे , तो 200 वर्षो में जनसंख्या में 256 गुना होगी। और पर जीवन निर्वाह क्षमता में मात्र 9 गुना वृध्दि  होगी । ऐसी स्थिति में खद्यान की समस्या होगी । तब स्वम नियंत्रण न हो पाया तो प्राकृतिक प्रकोपों    यथा –  दुर्भिक्ष संक्रामक रोग एवं युध्द आदि द्वारा व्यापक आकाल मृत्यु होगी ।परिणामतः  जनसंख्या , खाद्य पदार्थो के अनुपात में स्वम संतुलित हो जायेगी।    

 नव माल्थस वादी सिध्दांत के अंतर्गत वृध्दि की सीमाएं में पांच तत्व को शामली किये गये थे । जो निम्न है

  • जनसंख्या वृध्दि 
  • प्रति व्यक्ति खाद्यान उत्पादन
  • प्रति व्यक्ति औद्योगिक उत्पादन
  • प्राकृतिक संसाधन
  • पर्यावरण प्रदूषण

जनसंख्या के  सिंध्दान्तो में कार्ल मार्क्सका सिध्दांत :-

माल्थस का जनसंख्या सिध्दांत के बारे में जानकारी दी गयी है । आगे आप लोगो को जनसंख्या के  सिंध्दान्तो में कार्ल मार्क्सका सिध्दांत के विषय में विस्तार से  जानकारी दूगा  । हेनरी मार्क्स ने 1867ेई0 में साम्यवादी सिध्दांत का प्रतिपादन किया है ।unke अनुसार वैश्विक समाज दो वर्गों में विभक्त किया है । प्रथम गरीब और दूसरा अमीर वर्ग है ।  अमीर उत्पादन साधन के स्वामी और गरीब वर्ग तीब्र जनसंख्या वृध्दि के द्वारा श्रम संचय का प्रयास करता है । तब अमीर वर्ग श्रम – शक्ति को सस्ता बनाये रखने का प्रयास करता है । 

मार्क्स ने गरीबी, बेरोजगारी एवं जनसंख्या वृध्दि  में सह- सम्बन्ध देखा और बताया कि जनसंख्या विस्फोट होने के कारण श्रमिक वर्ग कि स्थिति ख़राब हो जाती है । जिससे अधिक वेरोजगारी ,दयनीयता, कुपोषण एवं गरीबी उत्पन्न हो जाती है । जिसके  परिणाम पूँजीवादी व्यवस्था है । जो  साम्यवादी व्यवस्था  के अनुकरण  से दूर होगी  ।

अन्य जनसंख्या के  सिंध्दान्तो:-

अनुकूलतम जनसंख्या सिध्दांत- इस सिध्दांत के अनुसार जनसंख्या के बढ़ने से देश में कार्यशील जनसंख्या में वृध्दि होने लगती है । जब  उपलब्ध संसाधनों का पूर्ण उपयोग हो चूका होता है । तब प्रति व्यक्ति आय अधिकतम हो जाती है ।  इसका प्रतिपादन ब्रिटिश एडविन केनन को माना जाता है ।

=>एडविन केनन के   द्वारा व्याख्यायित अनुकूलतम जनसंख्या की स्थिति में प्रति व्यक्ति आय की संकल्पना से सहमति व्यक्त की है ।=> रान्विंसन ने अनुकूलतम जनसंख्या की स्थिति में प्रति व्यक्त अधिकतम उत्पादन  की संकल्पना से सहमति व्यक्त की है ।              => करसौण्डर्स ने प्रति व्यक्ति  अधिकतम आर्थिक कल्याण की परिकल्पना की है ।

जनांकिकीय संक्रमण का सिध्दांत- इसका प्रतिपादन डब्ल्यू एस0 थाम्पसन एवं लॉटस्टिन ने किया है । इस सिध्दांत अनुसार प्रत्येक देश की जनसंख्या में वृध्दि क्रमिक चरणों में होती है । और सभी को चार अवस्थाओं से गुजरना होता है ।  जिसमे एक परम्परगत पशुपालन व् कृषक समाज विकास से गुजर कर औद्योगिक एवं नगरीय समाज में परिवर्तन हो जाता है । 

कोलिन क्लार्क महोदय ने इस सिध्दांत का समर्थन करते हुए जनांकिकीय संक्रमण की पांच अवस्था की परिकल्पना की है ।

  • प्रथम अवस्था
  • दूसरीअवस्था
  • तीसरीअवस्था
  • चतुर्थअवस्था
  • पांचवी अवस्था
भारत में जनसंख्या वृध्दि के कारण  :-

भारत में जनसंखयस वृध्दि के निम्नलिखित कारण है जो निम्न है ।

  • जन्म दर
  • मृत्यु दर , प्रवास
  • जीवन प्रत्याशा
  • विवाह एवं संतान प्राप्ति की अनिवार्यता
  • अशिक्षा एवं अज्ञानता
  • वाल विवाह
  • अंधविस्वास
  • अन्य
निष्कर्ष :-

आशा है कि आप सभी लोगो जनसंख्या क्या है तथा जनसंख्या के विभिन्न विषयो पर यह लेख अच्छा लगा होगा । जिसका  अध्ययन करके आप सभी लोग विभिन्न परीक्षाओ में पूछे गये प्रश्नो  को आसानी से हल कर सकेंगे। जिससे  सभी का  भविष्य उज्वल होगा  । यदि आप को यह  Article  प्रसंद आया, तो अपने दोस्तों को Share  और Like कीजिए  ।

धन्यवाद

Permalink: https://absuccessstudy.com/जनसंख्या-क्या-है-और-विश्व/ ‎

jnsnkhya kya


1 Comment

israel-lady.co.il · 29/08/2022 at 23:31

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