प्रियः मित्रो एवं पाठकों Ab success study में आपका स्वागत है , आज इस लेख में पर्वत किसे कहते है ? और पर्वत के कितने प्रकार होते है? पर्वतो के महत्व तथा विश्व की प्रमुख पर्वतो के विषय में आगे अध्ययन करेंगे । जो आप के लिये बहुत महत्वपूर्ण होगा । तो चलिए सबसे पहले आप को पर्वत किसे कहते है, बताऊगा ।
पर्वत किसे कहते है?
पृथ्वी पर प्राकृतिक रूप से उच्चा उठा एवं भारी ढेर है ।जो भूपटल के लगभग 26% भाग में फैला है। धरातल से 600 मीटर या उससे अधिक ऊँचा है। जिसका ऊपरी शीर्ष शंक्वाकार हो , उसे पर्वत कहते है । इनका निर्माण भूपर्पटी के द्वितीय स्तरीय उच्चावन में हुआ है। पर्वत सतह में चौड़े और ऊपर से नुकीले चोटी होती है। इसमें 20° से 30° तक ढाल होता है ।पृथ्वी पर पर्वत विभिन्न स्थानों पर देखी जाती है। कुछ शिखर बर्फ से ढकी रहती है उसे हिमानी कहते है । तथा सागर में भी पर्वत होती है ।बहुत से पहाड़ कठोर जलवायु की होती है। पर्वतो से मानव के विकाश में नदियों द्वारा खनीज पदार्थ तथा कृषि वन आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहता है । अब तो आप समझ गए होंगे की , पर्वत किसे कहते है ?
पर्वतीय स्थलाकृतियाँ:-
अभी आप ने पर्वत किसे कहते है ? पढ़ा है और आगे पर्वतीय स्थलाकृतियों के विषय में उनके आकर एवं स्वरूप के भिन्नता के अनुसार अध्ययन करेंगे । जो निम्नलिखित है।
- पर्वत कटक – संकीर्ण एवं ऊंची पहाडयों के क्रमबध्द स्वरूप को शिखर कटक कहते है ।
- पर्वत श्रेणी – जिसमे कई शिखर कटक घाटियाँ आदि मिली होती है उसे पर्वत श्रेणी कहते है । जैसे- हिमालय पर्वत श्रेणी
- शिखर माला – अनेक युगो में निर्मित लम्बे एवं संकरे पहाड़ो को पर्वत माला कहते है । जैसे- रॉकीज पर्वतमाला
- पहाड़ वर्ग – जब श्रेणियाँ एवं कटक आसमान रूप में विस्तृत होती है उसे पर्वत वर्ग कहते है ।
- पर्वत तंत्र – इसमें एक ही युग में निर्मित पर्वतो को भूधर तंत्र कहते है । जैसे- अप्लेशियन पर्वत
- कर्डिलेरा समूह –जब विभिन्न युगो में निर्मित श्रेणी, शृंखलाएँ, तंत्र एक साथ बिना किसी क्रम के होती है ,उसे कर्डिलेरा समूह कहते है ।
पर्वतों के प्रकार :-
पर्वत किसे कहते है ? और पर्वतीय स्थलाकृतियों के विषय में उनके आकर एवं स्वरूप के भिन्नता के अनुसार अध्ययन किया गया है उसी तरह पर्वतो के प्रकार के विषय में जानना बहुत जरुरी है। क्योकि विभिन्न परीक्षाओ में प्रश्न अवश्य पूछे जाते है । जो निम्नवत है।
(1) स्थित के आधार पर पर्वतों के प्रकार :-
- स्थल स्थित पर्वत – (1) तटीय पर्वत- राकीय एवं अप्लेशियन पर्वत
(2) आंतरिक पर्वत – यूराल , वसजस पर्वत
- समुद्र में स्थित पर्वत- हवाई द्वीप का मौनका पर्वत एवं एंटिलियन
(2) निर्माण की प्रक्रिया के आधार पर पर्वतों के प्रकार:-
- वलित पर्वत
- ब्लाक पर्वत
- गुंबदाकार पर्वत
- संग्रहीत पर्वत
- अवशिष्ट पर्वत
- जटिल पर्वत
(3) निर्माणकारी घटना के आधार पर पर्वतों के प्रकार :-
- चरनियन पर्वत
- कैलिडोनियन पर्वत
- हर्सीनियन पर्वत
- अल्पाइन पर्वत
उत्पत्ति के आधार पर पर्वतो का वर्गीकरण:-
पर्वत किसे कहते है ? और पर्वतो के प्रकार के विषय में अभी जाना है तथा उत्पत्ति के आधार पर पर्वतो का वर्गीकरण के बारे में विस्तार से जानकारी बताऊगा।
(1)वलित पर्वत- जब चट्टानों में पृथ्वी की आन्तरिक शक्तियों द्वारा वलय पड़ जाते है , उसे वलित पर्वत कहते है । इन पर्वतो का रीढ़ ग्रेनाइट एवं बहरी आवरण अवसादी चट्टाने होती है । वलित पर्वत विश्व के सबसे ऊंचे तथा सर्वाधिक विस्तृत पर्वत है। जैसे – हिमालय ,अल्पाइन पर्वत समूह , रॉकीज एवं एटलस आदि ।
(2) ब्लाक पर्वत- पृथ्वी के आन्तरिक तनाव के कारण धरातल में दरार पड़ जाती है । जिसके कारण धरातल के कुछ भाग ऊपर तथा कुछ भाग नीचे धस जाते है । इस प्रकार दरारों के समीप उठे भाग को ब्लाक पर्वत कहते है । चूकि अवरोध पर्वतो का निर्माण भ्रंश से होता है , अतः इन्हे भ्रशोत्था पर्वत भी कहते है । जैसे- जर्मनी के हेज, फ़्रांस के बसेज्स एवं ब्लेक फारेस्ट, भारत विन्धाचल पर्वत श्रेणी है ।
(3)गुम्बदाकार पर्वत- जब पृथ्वी के आन्तरिक भाग में लावा ऊपर उठने की चेष्टा करता है । तो आन्तरिक चट्टानें ऊपर निकल कर गुम्बद का आकर ले लेती है , उसे गुम्बदाकार पर्वत कहते है । जैसे- उत्तरी अमेरिका की ब्लैक हिल्स बिगहार्न्स एवं हेनरी पर्वत आदि ।
(4)संग्रहीत पर्वत- ज्वालामुखी के उद्गार से निकले समस्त पदार्थ के संग्रहीत होकर निर्मित पर्वत को सग्रहित या ज्वालामुखी पर्वत कहते है । जैसे- संयुक्त राज अमेरिका में शास्ता, हुड। रे
(5)अवशिष्ट पर्वत – अपरदन शक्ति द्वारा चट्टानों के ऊपरी मुलायम भाग बह जाता है । शेष भाग को अवशिष्ट पर्वत कहते है । जैसे – भारत के विंध्याचल , अरावली, सतपुर्ण ,महादेव, पारसनाथ आदि ।
(6)जटिल पर्वत – विभिन्न चट्टानों द्वारा बने पर्वत को जटिल पर्वत कहते है। जैसे- सियरा नेवादा ( आग्नेय ) , ह्वाइट,एनाकोन्डा आदि।
निर्माण आधार पर पर्वतों के प्रकार :-
पर्वत किसे कहते है ? और उत्पत्ति के आधार पर पर्वतो का वर्गीकरण के बारे में विस्तार से बताया गया है ।निर्माण आधार पर पर्वतों के प्रकार के विषय में जानकारी दूगा ।
(1) चरनियन पर्वत- इनका निर्माण प्री -कैम्ब्रियन या कैम्ब्रियन युग के पूर्व हुआ है । जैसे – लारेशिया ,अल्गोरम,किलरनियन-उत्तरी अमेरिका में , फेनो स्कैन्डिया यूरोप में, ऐजलेसी स्कांटलेंड में अरावली भारत में आदि ।
(2) कैलिडोनियन पर्वत- पेलियोजोइक महाकल्प के सिल्युरियन , डिवोनियन शकों में( लगभग 50-36 करोड़ वर्ष पूर्व) हुआ । इसका नामकरण स्काटलैण्ड के कैलिडोनिया पर्वत पर रखा है।जैसे – ब्रजीलैड्स एवं भारत के विध्याचल, महादेवा, सतपुड़ा आदि ।
(3)हर्सीनियन पर्वत- इस पर्वत का निर्माण पेलियोजोइक महाकल्प के अन्तिम शक पर्मियन में (28-24 करोड़ वर्ष पूर्व ) में हुए है। जैसे – एशिया में अल्टाई, थ्यानशान ,खिंगन ,जुगरीयन तथा तारिम बेसिम, यूराल ,गोबी के पर्वत एवं अप्लेशियन पर्वत उत्तरी अमेरिका में , आदि।
(4)अल्पाइन पर्वत- यूरोप के आल्पस पर्वत के नाम पर रखा गया है । इसका निर्माण क्रिटेशियन शक ( मिसोजोइक ) से प्लीस्टोसीन शक तक । यह मुख्यतः टर्शियरी युग(6 करोड़ वर्ष पूर्व से आरम्भ और आज तक भी सक्रिय है । जैसे – रॉकी ,एंडीज अमेरिका में , आल्पस, डिनारिक ,कार्पेथियन ,पिरेनीज बाल्कन यूरोप में , एटलस अफ्रीका में । हिमालय के तीनो श्रेणीय आदि ।
पर्वतो के महत्व :-
1- पर्वत किसी प्रदेश की जलवायु पर प्रत्येक्ष प्रभाव डालती है ।
2- ये देश की शत्रुओ से रक्षा करती है तथा उनके आक्रमण को रोकती है ।
3- इनसे बनो का अपार भण्डार मिलता है। जिनसे बहुमूल्य लकड़ियाँ एवं जड़ी- बूटी मिलती है ।
4- ये कृतिम बांध एवं जलप्रपात बनाये जाते है। तथा विद्दुत उत्पादन में सहायक होती है।
विश्व के प्रमुख पर्वत एवं उनके देश / महाद्वीप:-
क्र सं पर्वत / शिखर देश / महाद्वीप
1 – हिमालय भारत, नेपाल ,भूटान, पाकिस्तान, तिब्बत( चीन)
2- हिन्दुकुश अफगानिस्तान, पाकिस्तान ।तजकियतां
3- के -2 जम्मू -कश्मीर ( भारत )
4- कुनलुन चीन
5- माउन्ट एवरेस्ट नेपाल -तिब्बत सीमा
6 एटलस मोरक्को ( अफ्रीका )
7- ग्रेट खिग्न चीन
8- राँकी उत्तरी अमेरिका
9- कोटोपैक्सी इक्वाडोर
10 – अलास्का संयुक्त राज्य अमेरिका
विश्व के सबसे ऊंचे पर्वत / शिखर एवं ऊचाई मीटर में :-
क्र सं पर्वत / शिखर ऊचाई( मीटर में )
1- माउन्ट एवरेस्ट ( हिमालय ) 8848
2- के -2 ( गाडविन – ऑस्टिन) (8611
3- कंचनजंगा ( हिमालय ) 8586
4- लोत्से( हिमालय ) 8516
5- मकालू ( हिमालय) 8463
6- चो- आयु ( एशिया ) 8201
7- धौलागिरी ( हिमालय ) 8167
8- मनसालु ( हिमालय ) 8163
9- नंगा पर्वत ( हिमालय ) 8125
10 अन्नपूर्णा -1 (हिमालय ) 8091
निष्कर्ष:-
आज हम इस Article के माध्यम से बताने का प्रयास किये है, कि पर्वत किसे कहते है? पर्वतो के प्रकार , उनके महत्व तथा विश्व की सबसे ऊंची शिखर कौन है और कहा स्थित है। इस Article में विश्व कि प्रमुख पर्वतो की जानकारी दी गयी है । जो विभिन्न परीक्षाओ हेतु उपयोगी एवं ज्ञानवर्धक है। नई- नई जानकीरी हेतु Absuccess study का अध्ययन करते रहे ।
धन्यवाद
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विश्व की प्रमुख नदियों के उद्गम एवं संगम स्थल
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