विश्व की प्रमुख नदियों के उद्गम एवं संगम स्थल:-
मानव सभ्यता के विकाश में विश्व की प्रमुख नदियों का विशेष महत्व है, क्योकि मीठा जल नदियों द्वारा
मिलता है । नदियाँ भूतल पर प्रवाहित एक जलदारा है । विश्व में जल समुंद्र, नदियों ,झील एवं वर्षा जल
आदि स्रोत है । जिसमे नदियों का प्रमुख स्थान है । प्राचीन सभ्यता से आज तक जीव – जन्तुओं का
विकाश नदियों के किनारे हुआ है । संसार की प्रसिध्द सरिताओं के उद्गम एवं संगम स्थल का विशेष
महत्व है । विश्व की प्रमुख नदियों द्वारा कृषि , परिवहन ,पर्यटन एवं सीमा आदि का महत्व है । पुरे विश्व
में 70.5 % जल है , जिसमे नदियों द्वारा ताजा पानी जीव -जन्तुओं को उपलब्ध करती है । जल ही जीवन
है जल है तो कल है ।
नदी का उद्गम वह स्थल है, जहां से जल धराये उत्पन्न होती है । यह विकाश गुरुत्वकर्षण बल एवं पृथ्वी
के ढलान के कारण होता है । उस स्थल को नदी का उद्गम कहते है । जिनका उद्गम स्थल सागर,
हिमनद, झील एवं वर्षा का पानी के स्रोत से होता है ।
संगम का अर्थ मिलन होता है । जहां नदियॉ या नदियॉ की धारा आपस में मिलती है। जैसे- भारत के
इलाहाबाद में गंगा, यमुना एवं सरस्वती का संगम है ।
आगे विश्व की प्रमुख नदियों के विषय में अध्य्यन करेंगे । तथा उनकी उत्पत्ति , संगम स्थल तथा लाभ-
हानि की जानकारी प्राप्त करेंगे ।
विश्व की प्रमुख नदियों में नील नदी :-
संसार की प्रसिध्द सरितयों में सबसे लम्बी नदी नील है । जो अफ्रीका महाद्वीप में है । जिनका उद्गम
विक्टोरिया झील से हुआ है। जो भूमध्य सागर में मिलती है। जिनकी लम्बाई 6650 किमी है । अफ्रीका
के युगांडा, बुरुंडी, सूडान एवं मिश्र देश में बहती है । मिश्र को नील नदी का वरदान कहा जाता है। नील
सबसे नदी पर अफ्रीका का ऊंचा आस्वान बांध निर्मित है। जिसके द्वारा नील नदी का भाव को नियंत्रित
किया जाता है ।
विश्व की प्रमुख नदियों में अमेजन नदी :-
विश्व की प्रमुख नदियों में अमेजन दूसरी सबसे लम्बी नदी है , इसका बहाव क्षेत्र सबसे अधिक है ।
जिसकी लम्बाई 6437 किमी है । जो पेरू के एण्डीज पर्वत से निकल कर अटलाण्टिक महासगर में
गिरती है । यह संसार की सबसे चौड़ी तथा विशाल जल राशि है । अमेज़न नदी दक्षिण अमेरिका महाद्वीप
में है। जिनका बहाव ब्राजील, पेरू, बोल्विया ,कोलंबिया तथा इक्वाडोर से होकर बहती है ।
दुनियाँ की प्रमुख नदियों में यंगतिसीकियांग नदी :-
यह संसार की हशहूर नदियों में तीसरा स्थान है । जो एशिया की सबसे बड़ी नदी है । जिसकी लम्बाई
6300 किमी है ।वह तिब्बत की पठार से निकल कर चीन सागर में गिरती है ।
विश्व की प्रमुख नदियों में मिसिसिपी – मिसूरी नदी :-
संसार की प्रसिध्द सरिताओं में चौथा स्थान है । जिसकी लम्बाई 6020 किमी है । यह उत्तरी अमेरिका
की सबसे बड़ी नदी है । जो इतास्का / मिनेसोट निकल कर मैक्सिको की खाड़ी में गिरती है। जिनका
बहाव संयुक्त राज्य अमेरिका में सबसे अधिक है ।
यूरोप की सबसे लम्बी बोल्गा नदी :-
विश्व की प्रमुख नदियों में एक है। यह यूरोप की सबसे लम्बी नदी है । जो रूस में है । जिसका उद्गम
आल्पस पर्वत के बल्ताई पठार से होता है । आगे डान नदी में मिलकर कैस्पियन सागर में विलीन होती
है। जिसकी लम्बाई 3550 किमी है ।
आस्ट्रेलिया की मेर्र डार्लिगं नदी :-
आस्ट्रेलिया की सबसे लम्बी नदी मेर्र डार्लिगं है । जो दक्षिण सागरीय जल प्रवाह प्रणाली का निर्माण
करती है । जिसकी लम्बाई 3117 किमी है। विश्व की प्रमुख नदियों में जानी जाती है ।
विश्व की सबसे बड़ी मेडीरा सहायक नदी है।:-
संसार की प्रमुख नदियों में सबसे लम्बी मेडीरा सहायक नदी है । जो अमेजन नदी में मिल जाती है
जिसकी लम्बाई 3200 किमी है । यह दक्षिणीअमेरिका की प्रमुख नदियों में एक है ।
भारत की सबसे लम्बी नदी गंगा है।:-
गंगा भारत की सबसे लम्बी नदी है । जिसका उद्गम गंगोत्री हिमनद से हुआ है , जो बंगाल की खाड़ी में
विलीन हो जाती है । यह विश्व के सबसे बड़े सुन्दर वन डेल्टा में बहती है । जिनकी लम्बाई 2655 किमी है
। यह भारत की धार्मिक एवं पबित्र नदी है । जिसका मैदानी भाग बहुत उपजाऊ के रूप में जाना जाता है।
विश्व की सबसे छोटी नदी रोई है:-
संसार की प्रमुख नदियों में इसका विशेष महत्व है । क्योकि विश्व की सबसे छोटी नदी है । जिसकी
लम्बाई 201 फिट या 61 मीटर है। जो मिसौरी नदी में मोटाना में मिल जाती है । यह उत्तरी महाद्वीप में है।
विश्वक की प्रमुख नदियों जिनका प्रवाहान्त झीलों में होता है ।:-
क्रम सं – नदी प्रणाली – झीलों का नाम
1 – सिर दरिया अरल सागर
2- चाड चाड झील
3- जाइ नदी मृत सागर झील
4- बोल्गा नदी कैस्पियन सागर झील
5- आमू दरिया नदी अरल सागर झील
6- उराल नदी कैस्पियन सागर झील
नदी प्रणाली का महत्व :- विश्व की प्रमुख नदियों के उद्गम से संगम तक विशेष महत्व है। जोकि
जीव की उत्पत्ति से लेकर मानव सभ्यता के विकाश में महत्वपूर्ण योगदान है । नदियों द्वारा कृषि ,
सिचाई ,बिद्दुत ,पर्यटक, परिवहन एवं सीमा समझौता बह किया जाता है । नदियों द्वारा लाई गयी
उपजाऊ मिट्टिय से कृषि क्षेत्र में विशेष लाभ प्राप्त होता है । किन्तु विनाश भी देखने को मिलता है ।
इसका जिम्दार स्वयं मानव है क्योकि अंधाधुन वनो की कटाई का परिणाम है । जिसके कारण बाढ़
आती रहती है ।इसके लिए वृक्षा रोपण करना तथा बनो की कटाई पर प्रतिबन्ध लगा देना चाहिए ।
निष्कर्ष :- विश्व की प्रमुख नदियों के उद्गम एवं संगम की जानकारी दी गयी है । जिससे ज्ञात हुआ, कि
नदी प्रणाली का जीव जंतुओं के जीवन में महत्वपूर्ण योगदान है । जिनकी उत्पत्ति से लेकर मानव सभ्यता
का विकाश नदी के किनारे हुआ है।
https://sco.wikipedia.org/wiki/Nile
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