नमस्कार दोस्तों Absuccessstudy में आप सभी का स्वागत हैं | आज आप लोगो को भारत में उद्योग के बिषय में विस्तृत जानकारी दी जायेगी| विभिन्न आधारों के अनुसार भारत में उद्योग के प्रकार के बारे में अध्ययन किया गया हैं | प्राचीन समय से उद्योगों का विकाश प्रारम्भ हुआ | जो आज विश्व की तीसरी शक्ति के रूप में उभर रहा हैं | मानव जीवन के वस्तु उत्पादन का केंद्र उद्योग हैं , जहां कच्चे माल एकत्र किया जाता हैं | वह स्थान जहां से भारी मात्रा में सामान का निर्माण से सेवा प्रदान की जाती हैं , उसे उद्योग कहते हैं |
– : विषय सूचि :-
1- भारत में उद्योग के प्रकार
2- आकर के आधार पर
3- कच्चे माल के आधार पर
4-स्वामित्व के आधार पर
5- निष्कर्ष
भारत में उद्योग के प्रकार :-
कच्चे माल , श्रम ,आकर एवं स्वामित्व के आधार भारत में उद्योग के प्रकार के बारे में जानकारी दी हैं | जिसमें सबसे पहले आकार के आधार भारत में उद्योग के प्रकार के विषय में अध्ययन करेंगे| जो निम्नलिखित हैं |
1- वृहद् उद्योग
2-M S M E उद्योग
3-कच्चे माल के आधार
4-स्वामित्व के आधार पर
1- वृहद् उद्योग ( बड़े उद्योग ) :-
ऐसे उद्योग जिनमे बहुत अधिक पूजी निवेश किया जाता है , जिसमें बड़े पैमाने पर उत्पादन किया जाता हैं| साथ – साथ बड़ी संख्या में लोगो को रोजगार मिलता है| बड़े उद्योग निजी क्षेत्र एवं सार्वजनिक क्षेत्र दोनों में कार्य करते है | वृहद उद्योगों का पूजी निवेश 50 करोड़ रूपये से अधिक तथा 250 करोड़ रूपये से अधिक टार्नओवर होना चाहिए |
2-M S M E उद्योग:-
अब हम भारत में MSME उद्योग के बारे में जानकारी देंगे , जो उद्योग के क्षेत्र में बहुत महत्वपूर्ण है | MSME का फुलफार्म है – MICRO ,SMALL ,MEDIUM , Enterprises है | देश में सूक्ष्म , लधु और मध्यम उद्योगों की स्थापना की गयी , जिनके विकास अधिनियम (MSME एक्ट) 2006 लागू किया गया हैं| अधिनियम के तहद निर्माण क्षेत्र और सेवा क्षेत्र के अंतर्गत पृथक – पृथक निवेश सीमाओं का वर्गीकरण किया गया हैं |अधिनियम (MSME एक्ट) 2006 को अस्तिव में आने के 14 साल बाद 13 मई 2020 में संशोधन किया गया हैं | इस संशोधन के अंतर्गत विनिर्माण और सेवा क्षेत्र का वर्गीकरण किया गया है , जो निम्नवत है |
MICRO( सूक्ष्म ):- सूक्ष्म इकाई में 1 करोड़ रूपये के निवेश और 5 करोड़ रूपये के टार्नओवर होगी | SMALL(लधु):- इस इकाई में 10 करोड़ रूपये के निवेश और 50 करोड़ रूपये के टार्नओवर होगी| MEDIUM( मध्यम):- मध्यम इकाई में 50 करोड़ रूपये के निवेश और2 50 करोड़ रूपये के टार्नओवर होगी|
कच्चे माल के आधार पर भारत में उद्योग:-
आगे इस Article में कच्चे माल के आधार पर उद्योग के वर्गीकरण के विषय में विस्तार से जानकारी दूगा। जो निम्नलिखित है ।
1-भारी उद्योग
2- हल्के उद्योग
3- कृषि पर आधारित उद्योग
4- खनिजों पर आधारित उद्योग
5- वनो पर आधारित उद्योग
6- चारागाहों पर आधारित उद्योग
स्वामित्व के आधार पर इंडिया में उद्योग
स्वामित्व के आधार पर उद्योग का वर्गीकरण के बारे में विस्तार से जानकारी दूगा । जो निम्नलिखित है ।
2.4.1- सार्वजनिक उद्योग- जो सरकार द्वारा संचालित होते है उसे सार्वजनिक उद्योग कहते है । यथा – भिलाई का लोहा इस्पात
2.4.2- निजी उद्योग – जिनका स्वामित्व निजी हाथो में होता है ।
2.4.3- संयुक्त उद्योग – जिनका संचालन दो या दो से अधिक हाथो में होता है उसे संयुक्त उद्योग कहते है ।
निष्कर्ष:-
आज इस आर्टिक्ल में आप ने भारत में उद्योग के बिषय में विस्तृत जानकारी गयी है | विभिन्न आधारों के अनुसार भारत में उद्योग के प्रकार के बारे में अध्ययन किया गया है | यदि अच्छा लगा हो तो अपने दोस्तों को शेयर करे |
धन्यवाद
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